अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान राम के मंदिर को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अयोध्या सहित आसपास के जिलों के लोगों तक बड़ी उम्मीदें हैं। प्रधानमंत्री और देश और प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा का विश्वास है कि मंदिर निर्माण का उसे लोकसभा में हिंदू जनमानस का समर्थन मिलेगा, जबकि स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इससे उनके लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह तो जब होगा तब होगा फिलहाल राम मंदिर के पुजारियों पर भगवान राम की कृपा बरस रही है।
पुजारियों को यह सौगात उन्हें एक साल में दूसरी बार बार हुई वेतन वृद्धि के रूप में मिली है। मंदिर का निर्माणकार्य तेजी से चल रहा है. जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के बाद नवनिर्मित भव्य मंदिर में रामलाला के विराजमान हांेंगे। मजे बात यह है कि एक साल में दूसरी बार हुई वेतन वृद्धि के बाद राम मंदिर के सहायक पुजारियों का वेतन मुख्य पुजारी से अधिक हो गया है।
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास सहित रामलला मंदिर में चार सहायक पुजारी, भंडारी व कोठारी, भोग राग सेवादार व भृत्य और माली हैं। सभी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के अधीन कार्य करते हैं। ट्रस्ट ने इसी वर्ष मई में पुजारियों और अन्य कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया था और दूसरी बार नवरात्र से पहले दूसरी बार वेतन में वृद्धि की है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने मुख्य पुजारी का वेतन मई 2023 में 15,520 रुपए से बढ़कर 25,000 कर दिया गया था और अब उन्हें 32,900 रुपए वेतन मिलेगा। सहायक पुजारियों का वेतन मई में 8,940 रुपए से बढ़ाकर 20,000 कर दिया गया था जो अब 33,000 रुपए हो गया है। इसी तरह मंदिर के कोठारी और भंडारी का वेतन मई 2023 में 8000 रुपए से बढ़ाकर 15,000 कर दिया गया था उब उन्हें 24,440 रुपए मिलेंगे। भृत्य का वेतन 8870 रुपए था मई में वह 15,000 रुपए कर दिया गया था और उसे बढ़ाकर 24,440 रुपए कर दिया गया ह।
भोग राग के लिए मई में जो बढ़ोत्तरी की गई थी, उसे यथावत रखा गया है। कहा गया है कि सामग्री के मूल्य में बढ़ोत्तरी के साथ उनको मिलने वाली धनराशि में भी वृद्धि की जाएगी। रामलला की पूजा के लिए पान सप्लाई करने वाले 1000 रुपए को बढ़ाकर मई में 2100 रुपए किए गए थे जो यथावत रहेंगे। मालियों को पहले 1100 मिलते थे मई में उसे बढ़ाकर कर दिया गया था उसे भी यथावत रखा गया है।
जहां तक जन सामान्य की बात है अयोध्या सहित आसपास के सभी जिलों के लोगों को विश्वास है कि राम तंदिर बन जाने के बाद अयोध्या में तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो जाएगी। इससे अयोध्या सहित बाराबंकी, गोंडा, सुल्तानपुर, आदि जिलों में होटल व्यवसाय और अन्य हॉस्पीटैलिटी सेवाओं का विकास होगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इन्द्र चन्द रजवार

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