आपने 2014 के चुनाव में अच्छे दिन आएंगे का नारा दिया..भंष्टाचार खत्म करने व विदेशों में काला धन वापस लाने की बात कही. ... देश ने आप पर भरोसा किया.. आप पूर्ण बहुमत के साथ सत्तासीन हो गए.
प्रधानमंत्री बनने पर सबसे पहला काम आपने अपनी ही पार्टी के बड़े-बुजुर्ग और अनुभवी व विद्वान नेताओं को ६ाहर का रास्ता दिखाया. उनके स्थान पर अनुभवहीन और लोकसभा चुनाव हारे नेताओं को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी.
फिर आपने हर नए दिन विकास के नए नारे गढे और देश को भ्रमित करना शुऱू किया. देश-दुनिया घूमने लगे. देश की मौजूदा हालात के लिए नेहरू को गरियाना शुरू किया. राज्यों की जनता द्वारा चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए दलबदल करवाया. प्रधानमंत्री होकर भी विधानसभाओं के चुनाव में ऐसे प्रचार किया जैसे उन राज्यों का मुख्यमंत्री आपने बनना था.
देश की जनता से सीधा संवाद करने के नाम पर मनगढंत और भ्रामक तथ्य स्थापित किए. भ्रष्टाचारियों और अलगाववादियों से सांठ-गांठ की. अपने विरोधियों को देशद्रोही करार दिया. उनके निजी और जाती मामलों को सार्वजनिक उपहास का विषय बनाया.
विपक्ष एकजुट होने लगा तो राष्ट्रवाद का नारा उछाल दिया. जिन घटनाओं के लिए देश से माफी मांगने की जरूरत थी आपने उसका इस्तेमाल विरोधियों को साधने के लिए किया.
संवैधानिक संस्थानों की मर्यादा को तार-तार कर दिया. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को खत्म कर निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया. प्रेस को भोथरा कर दिया.
इतना हो जोने के बाद भी 'मोगेम्बो 'बने रहे. आपकी भाषा देश के लिए अनुकरणीय होनी चाहिए थी. इसका आपने कभी विचार नहीं किया.
आपके खिलाफ विपक्ष की ताकत बहुत कमजोर थी. आपने चन्द चाटुकारों के भरोसे रहकर इतिहास रचने की संभावनाओं को खत्म कर दिया.
लोकसभा चुनाव में आपकी भाषा इस कदर विद्रूप हो गई है कि आपकी तुलना गली के उन नासमझ झगड़ालू बच्चों की तरह आचरण करने लगे है जे बात-बात पर मां-बाप पर चले जाते हैं. स्व राजीव गांधी जो देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतरत्न भी हैं के बारे मैं आपकी टिप्पणी और क्या है.
और क्या कहें आप से? पांच साल पहले प्रधानमंत्री बनने के तुरम बाद आप गिरने लगे थे अब और कितना गिरोगे?
एक अपील भाजपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से.... देश रहेगा और देश की मौजूदा संवैधानिक व्यवस्था रहेगी तो भाजपा फिर कभी भी सत्ता में आ जाएगी और मोदी की तरह किसी साधारण व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने का मौका मिल जाएगा.... अगर नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बने तो यह देश आने वाले चुनाव में कम से कम इस रूप में नहीं रहेगा.
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